बॉलीवुड से जुड़े कई एसोसिएशन और करीब 34 फिल्म निर्माताओं ने देश के दो चैनलों के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) का दरवाजा खटखटाया है। इन पर गलत तरीके से क्राइम रिपोर्टिंग करने का आरोप लगा है। फिल्म निर्माताओं ने इन दोनों चैनलों को फिल्म उद्योग के प्रति कथित गैरजिम्मेदाराना और अपमानजनक टिप्पणियां प्रकाशित करने से रोकने की मांग की। यह मुकदमा रिपब्लिक टीवी, टाइम्स नाउ और इसके शीर्ष चेहरे के खिलाफ दायर किया गया है। बॉलीवुड एसोसिएशन ने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा कर न्याय की मांग की है।
पिछले चार महीनों में तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में बॉलीवुड को लेकर काफ़ी कुछ कहा गया। ख़ासकर, ड्रग्स की जांच के दौरान कई बॉलीवुड सेलेब्रिटीज़ को इससे जोड़ा गया और बॉलीवुड को ऐसे जगह बताने की कोशिश की गयी, जहां ड्रग्स जैसी बुराइयों को बोलबाला है। दिल्ली हाई कोर्ट में जो सिविल सूट दाख़िल किया गया है, उसमें रिपब्लिक टीवी और टाइम्स नाऊ के नाम शामिल हैं। साथ ही अर्नब गोस्वामी, प्रदीप भंडारी, राहुल शिवशंकर और नविका कुमार को भी पार्टी बनाया गया है।
वाद में न्यूज़ चैनल्स से प्रोग्राम कोड का पालन करते हुए छवि ख़राब करने वाले कंटेंट को हटाने की मांग भी की गयी है। आरोप है कि चैनल्स ने बॉलीवुड को लेकर बेहद भद्दी भाषा का इस्तेमाल किया है। इस वाद के लिए 34 बड़े प्रोडक्शन हाउसेज़ और 4 फ़िल्म संस्थाएं एक साथ आये हैं। फ़िल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने इन सभी के नामों की लिस्ट साझा की है।
यह केस रिपब्लिक टीवी और इस चैनल के अर्नब गोस्वामी व प्रदीप भंडारी, टाइम्स नाउ और इसके शीर्ष चेहरे राहुल शिवशंकर और नविका कुमार के खिलाफ दायर किया गया है. केस करने वालों में शामिल हैंः द प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया, द सिने ऐंड टीवी आर्टिस्ट एसोसिएशन, द फिल्म ऐंड टीवी प्रोड्यूसर्स काउंसिल, स्क्रीनराइटर्स एसोसिएशन, आमिर खान प्रोडक्शंस, ऐड-लैब फिल्म्स, अजय देवगन फिल्म्स, आंदोलन फिल्म्स, अरबाज खान प्रोडक्शंस, आशुतोष गोवारिकर प्रोडक्शंस, बीएसके नेटवर्क ऐंड एंटरटेनमेंट, केप ऑफ गुड फिल्म्स, क्लीन स्लेट फिल्म्स, धर्मा प्रोडक्शंस, एमे एंटरटेनमेंट ऐंड मोशन पिक्चर्स, एक्सेल एंटरटेनमेंट, फिल्मक्राफ्ट प्रोडक्शंस, होम प्रोडक्शन, कबीर खान फिल्म्स, लव फिल्म्स, मैकगफिन पिक्चर्स, नाडियाडवाला ग्रैंडसन एंटरटेनमेंट, वन इंडिया स्टोरीज, राकेश ओमप्रकाश मेहरा पिक्चर्स, रेड चिलीज एंटरटेनमेंट, रिलायंस बिग एंटरटेनमेंट, रील लाइफ प्रोडक्शंस, रॉय कपूर प्रोडक्शंस, सलमान खान वेंचर्स, सोहेल खान प्रोडक्शंस, सिख्या एंटरटेनमेंट, टाइगर बेबी डिजिटल, विनोद चोपड़ा फिल्म्स, विशाल भारद्वाज फिल्म, आर.एस. एंटरटेनमेंट और यशराज फिल्म्स.
डीएसके लीगल फर्म की ओर से दायर मुकदमे में कहा गया है कि यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि ये चैनल बॉलीवुड के लिए बेहद अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे। इन्होंने बॉलीवुड को गंदगी से भरा बताया और इस तरह की बातें कहीं कि बॉलीवुड में फैली गंदगी को साफ करने की जरूरत है, अरब के सभी इत्र भी यहां फैली गंदगी की बदबू को दूर नहीं कर सकते है, यह देश का सबसे गंदा उद्योग हैं और एलएसडी और कोकेन बॉलीवुड में भरा हुआ है।